वैदिक पुराण, धर्म शास्त्रों के अनुसार बाहर मुखी रुद्राक्ष भगवान सूर्य के बारह रुपों के ओज, तेज तथा शक्ति सामर्थ्य का केंद्र बिंदु है। भगवान सूर्य संसार को चलाने वाले देवता माने जाते हैं। संपूर्ण पृथ्वी सूर्य भगवान की कृपा पर निर्भर है। पृथ्वी के सभी प्राणियों के प्राण रक्षक सूर्य देव ही हैं। जिस तरह सूर्य का प्रकाश सारे संसार को अपना प्रकाश देकर संसार को ज्योर्तिमय बना देता है, ठीक उसी प्रकार बारह मुखी रुद्राक्ष भी मनुष्य को उन्नति का रास्ता दिखाकर उसके जीवन को उन्नतिशील बना देता है। बारह मुखी रुद्राक्ष बारह ज्योर्तिलिंगों— महाकालेश्वर, सोमनाथ, रामेश्वरम, ओंकारेश्वर, मल्लिकार्जुन, भीमाशंकर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, त्रयम्बकेश्वर, विश्ववेश्वर, केदारनाथ, तथा घुरुमेश्वर का प्रतीक माना जाता है। इसे धारण करने वाला जातक कभी रोग, चिंता, भय, भ्रम से परेशान नहीं रहता है।
धन, वैभव, ज्ञान तथा दूसरे भौतिक सुखों का प्रदाता यह रुद्राक्ष अद्भुत रुप से सुख देने वाला होता है। इसको धारण करने से बारह आदित्य प्रसन्न होते हैं। ऊं नमो भगवते वासुदेवाय का जप करने से जो फल मिलता है, वही फल बारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भी प्राप्त होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से हमेशा चेहरे पर खुशी, समाज में मान सम्मान तथा वाणी में चातुर्यता प्राप्त होती है। बारह मुखी रुद्राक्ष बहुत ही शक्तिशाली तथा तेजस्वी रुद्राक्ष होता है। यह विवाहिक संबंधों की विवशताओं को दूर करता है। इसे धारण करने से शारीरिक और मानसिक पीड़ा समाप्त होती है और मानव शासक पद को भी प्राप्त करता है।
बारह मुखी रुद्राक्ष – Barah Mukhi Rudraksh
बारह मुखी रुद्राक्ष को बारह पंथो से जोड़ कर देखा जाता है। इस रुद्राक्ष का वर्णन श्रीमद देवी भागवत पुराण में भी मिलता है। बारहमुखी रुद्राक्ष का स्वामी ग्रह बारह सूर्य हैं। शिव पुराण के अनुसार इस रुद्राक्ष को केशप्रदेश में धारण करना चाहिए।
बारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे (Benefits of Barah Mukhi Rudraksh in Hindi)
* संतान सुख, शिक्षा, धन, ऐश्वर्य, ख्याति आदि सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए बारहमुखी रुद्राक्ष को बेहद महत्व दिया जाता है।
* इस रुद्राक्ष को कोई भी धारण कर सकता है लेकिन जिन जातकों की कुंडली में सूर्य निम्न हो उनके लिए यह अत्यंत शुभ माना जाता है।
बारह मुखी रुद्राक्ष का मंत्र (Barah Mukhi Rudraksh Mantra in Hindi)
* द्वादश मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र “ऊं क्रौं क्षौं रौं सूर्य नम:” (Om Crome Sraum Raum Surya Namah) है।
बारह मुखी रुद्राक्ष को मंगाने के लिए यहां क्लीक करें
एक मुखी रुद्राक्ष । दो मुखी रुद्राक्ष । तीन मुखी रुद्राक्ष । चार मुखी रुद्राक्ष । पांच मुखी रुद्राक्ष ।
छह मुखी रुद्राक्ष । सात मुखी रुद्राक्ष । आठ मुखी रुद्राक्ष । नौ मुखी रुद्राक्ष । दस मुखी रुद्राक्ष ।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष । बारह मुखी रुद्राक्ष । तेरह मुखी रुद्राक्ष । चौदह मुखी रुद्राक्ष ।