वैदिक पुराणों और धर्म ग्रंथों के अनुसार दस मुखी रुद्राक्ष साक्षात भगवान विष्णु का स्वरुप माना गया है। इसे दशवतार — मतस्य, राम, कृष्ण, कच्छप, नृसिंह, वाराह, वामन, परशुराम, बुद्ध तथा कल्कि के स्वरुप का प्रतीक माना जाता है। दस मुखी रुद्राक्ष को पहनने से दसों देवता बहुत खुश होकर जातक को अनेक प्रकार की दिव्य शक्तियां प्रदान करते हैं। इसको पहनने से दसों दिशाओं तथा दस दिकपाल — अग्नि, यम, कुबेर, इंद्र, निर्ऋति, वरुण, वायु, ईशान, अनंत तथा ब्रह्मा संतुष्ट रहते हैं। दस मुखी रुद्राक्ष धारण करने से दसों दिशाओं में कीर्ति फैलती है तथा दसों इंद्रियों के माध्यम से किए गए समस्त पाप भी समाप्त हो जाते हैं।
दस मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लोक सम्मान मिलता है और किसी ग्रह का आधिपत्य भी नहीं रहता है। इसे धारण करने से राजसी कार्यों में सफलता मिलती है, कीर्ति विभूति तथा धन की प्राप्ति होती है तथा धारणकर्ता की लौकिक व परलौकिक ईच्छाएं भी पूर्ण होती है। भूत, पिशाच, राक्षस, बेताल आदि का भय नहीं रहता है। जिस प्रकार एक मुखी रुद्राक्ष संपूर्ण शिव स्वरुप है उसी प्रकार दस मुखी रुद्राक्ष संपूर्ण विष्णु स्वरुप है। इसी कारण यह नेताओं, समाज सेवियों तथा कलाकारों के लिए भी उत्तम माना जाता है।
दस मुखी रुद्राक्ष – Dus Mukhi Rudraksh
दस मुखी रुद्राक्ष को भगवान विष्णु के दसावतारों से जोड़ कर देखा जाता है। शिवपुराण के अनुसार इसमें साक्षात विष्णु का अंश होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से भगवान विष्णु की कृपा होती है।
दस मुखी रुद्राक्ष के फायदे (Benefits of Dus Mukhi Rudraksh in Hindi)
* भगवान विष्णु का प्रतीक दस मुखी रुद्राक्ष द्वारा भूत-प्रेत बाधा, जादू-टोनों से मुक्ति दिलाता है।
* इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को यम भी नरक नहीं ले जा पाते।
* यह रुद्राक्ष श्री हरि के साथ माता लक्ष्मी और देवी गंगा की भी कृपा होती है।
दस मुखी रुद्राक्ष का मंत्र (Dus Mukhi Rudraksh Mantra in Hindi)
* दस मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र “ऊँ ह्रीं नम:” (Om Hreem Namah) है।
दस मुखी रुद्राक्ष को मंगाने के लिए यहां क्लीक करें
एक मुखी रुद्राक्ष । दो मुखी रुद्राक्ष । तीन मुखी रुद्राक्ष । चार मुखी रुद्राक्ष । पांच मुखी रुद्राक्ष ।
छह मुखी रुद्राक्ष । सात मुखी रुद्राक्ष । आठ मुखी रुद्राक्ष । नौ मुखी रुद्राक्ष । दस मुखी रुद्राक्ष ।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष । बारह मुखी रुद्राक्ष । तेरह मुखी रुद्राक्ष । चौदह मुखी रुद्राक्ष ।