Kajari Teej 2021 1 ganeshavoice.in आज विवाहित महिलाओं को गलती से भी नहीं करने चाहिए ये काम : Kajari Teej 2021
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आज विवाहित महिलाओं को गलती से भी नहीं करने चाहिए ये काम : Kajari Teej 2021

Kajari Teej 2021 : कजरी तीज को कजली तीज, बूढ़ी तीज, सातूड़ा तीज आदि नामों से भी पुकारा जाता है। इस साल कजरी तीज आज यानि 25 अगस्त 2021 को मनाई जाएगी। इस मौके पर विवाहित महिलाएं अपने पत‍ि की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।

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कई महिलाएं तो पूरा दिन निर्जल रहकर उपवास करती हैं। इस दिन मां पार्वती की पूजा की जाती है। सुहागन स्त्रियां इस व्रत को अखंड सौभाग्यवती रहने के लिए तो वहीं कुंवारी कन्या इस व्रत को एक अच्छे और सुयोग्य पति की प्राप्ति के लिए करती हैं। इन दिन विवाहित महिलाओं को कुछ काम गलती से भी नहीं करने चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारे में…

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महिलाएं गलती से भी ना करें ये काम

– कजरी तीज के दिन विवाहित महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
– इस दिन महिलाएं पूरा श्रंगार करें।
– इस दिन महिलाओं को अन्न और जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।
– यह व्रत निर्जला रहकर किया जाता है।
– कजरी तीज के दिन पति से झगड़ा ना करें और ना ही कोई अपशब्द बोलें।
– इस दिन पति से अच्छे से बात करें और दूरी बनाकर ना रहें।
– इस दिन सुहागिन महिलाओं को हाथों पर महेंदी लगानी चाहिए. यह काफी शुभ होता है।
– इस दिन हाथों में चुड़ियां पहनें। खाली हाथ रखना काफी अशुभ माना जाता है।

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कजरी तीज पूजा समय

कजरी तीज 25 अगस्त 2021 को
तृतीया तिथि प्रारम्भ – 24 अगस्त 2021 को 04:04 पी एम बजे
तृतीया तिथि समाप्त – 25 अगस्त 2021 को 04:18 पी एम बजे

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कजरी तीज का महत्व

कड़ी गर्मी के बाद मानसून का स्वागत करने के लिए लोगों द्वारा कजरी तीज मनाई जाती है। कजरी तीज पूरे साल मनाए जाने वाले तीन तीज त्योहारों में से एक है। अखा और हरियाली तीज की तरह भक्त कजरी तीज के लिए विशेष तयारी करते हैं। इस दिन देवी पार्वती की पूजा करना शुभ माना जाता है। जो महिलाएं कजरी तीज पर देवी पार्वती की पूजा करती है उन्हें अपने पति के साथ सम्मानित संबंध होने से आशीर्वाद मिलता है।

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किवंदती यह है कि 108 जन्म लेने के बाद देवी पार्वती भगवान शिव से शादी करने में सफल हुई। इस दिन को निस्वार्थ प्रेम के सम्मान के रूप में मनाया जाता है। यह निस्वार्थ भक्ति थी जिसने भगवान शिव को अंततः देवी पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने का नेतृत्व किया।

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महेश के. शिवा ganeshavoice.in के मुख्य संपादक हैं। जो सनातन संस्कृति, धर्म, संस्कृति और हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतें हैं। इन्हें ज्योतिष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।
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