नई दिल्ली। माघ शुक्ल पक्ष दशमी, प्रमादि संवत्सर विक्रम संवत 2077, शक संवत 1942 (शर्वरी संवत्सर), माघ। दशमी तिथि 05:16 PM तक उपरांत एकादशी। नक्षत्र म्रृगशीर्षा 10:58 AM तक उपरांत आद्रा। प्रीति योग 05:23 AM तक, उसके बाद आयुष्मान योग। करण गर 05:16 PM तक, बाद वणिज 05:47 AM तक, बाद विष्टि। 22 फरवरी 2021 दिन सोमवार को राहु 08:21 AM से 09:45 AM तक है। चन्द्रमा मिथुन राशि पर संचार करेगा।
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विक्रम संवत – 2077, प्रमादि
शक सम्वत – 1942, शर्वरी
पूर्णिमांत – माघ
अमांत – माघ
तिथि
शुक्ल पक्ष दशमी – 21 फरवरी 03:42 PM – 22 फरवरी 05:16 PM
शुक्ल पक्ष एकादशी – 22 फरवरी 05:16 PM – 23 फरवरी 06:05 PM
नक्षत्र
म्रृगशीर्षा – 21 फरवरी 08:43 AM – 22 फरवरी 10:58 AM
आद्रा – 22 फरवरी 10:58 AM – 23 फरवरी 12:31 PM
करण
गर – 22 फरवरी 04:34 AM – 22 फरवरी 05:16 PM
वणिज – 22 फरवरी 05:16 PM – 23 फरवरी 05:47 AM
विष्टि – 23 फरवरी 05:47 AM – 23 फरवरी 06:05 PM
योग
प्रीति – 22 फरवरी 05:34 AM – 23 फरवरी 05:23 AM
आयुष्मान – 23 फरवरी 05:23 AM – 24 फरवरी 04:35 AM
रोग निवारण के चमत्कारी उपाय, इन उपायों को करने से रोगी को मिलता है फायदा
वार
सोमवार
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:57 AM
सूर्यास्त – 6:12 PM
चन्द्रोदय – 22 फरवरी 1:22 PM
चन्द्रास्त – 23 फरवरी 3:50 AM
अशुभ काल
राहू – 8:21 AM – 9:45 AM
यम गण्ड – 11:10 AM – 12:34 PM
कुलिक – 1:59 PM – 3:23 PM
दुर्मुहूर्त – 12:57 PM – 01:42 PM, 03:12 PM – 03:57 PM
भाग्य को चमकाने के लिए आप कर सकते हैं ये सरल उपाय
वर्ज्यम् – 07:54 PM – 09:36 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 12:12 PM – 12:57 PM
अमृत काल – 01:51 AM – 03:33 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:21 AM – 06:09 AM
आनन्दादि योग
आनन्द – 10:58 AM से
कालदण्ड
सूर्या राशि
सूर्य कुंभ राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मिथुन राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत – माघ
पूर्णिमांत – माघ
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – फाल्गुन 3, 1942
वैदिक ऋतु – शिशिर
द्रिक ऋतु – वसंत
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अमृतसिद्धि योग – 22 फरवरी 06:57 AM – 22 फरवरी 10:58 AM
सर्वार्थसिद्धि योग – 22 फरवरी 06:57 AM – 22 फरवरी 10:58 AM
दिन का चौघड़िया
अमृत 06:57 AM 08:21 AM
काल (काल वेला) 08:21 AM 09:45 AM
शुभ 09:45 AM 11:10 AM
रोग 11:10 AM 12:34 PM
उद्बेग 12:34 PM 13:58 PM
चर 13:58 PM 15:23 PM
लाभ (वार वेला) 15:23 PM 16:47 PM
अमृत 16:47 PM 18:11 PM
आपके हस्ताक्षर बना सकते हैं आपका भविष्य, मगर कैसे ?
रात का चौघड़िया
चर 18:12 PM 19:47 PM
रोग 19:47 PM 21:23 PM
काल 21:23 PM 22:58 PM
लाभ (काल रात्रि) 22:58 PM 00:34 AM
उद्बेग 00:34 AM 02:09 AM
शुभ 02:09 AM 03:45 AM
अमृत 03:45 AM 05:20 AM
चर 05:20 AM 06:56 AM