सहारनपुर। चैत्र माह प्रारंभ होने के बाद अब लोगों को चैत्र नवरात्रि का इंतजार है। इस साल आगामी 13 अप्रैल 2021 से चैत्र नवरात्र शुुरु हो रहे हैं। इन नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि इसलिए कहते हैं, क्योंकि यह हिन्दी कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास में होते हैं। प्रथम चैत्र नवरात्रि से ही नव संवत का शुभारंभ भी हो जाता है, जिसे हिन्दी कैलेंडर का पहला महीना कहा जाता है। आइए जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि का शुभ मुहुर्रत क्या है और कैसे कलश की स्थापना करें।
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हिन्दी पंचांग के अनुसार प्रतिपदा तिथि 12 अप्रैल, सोमवार को शाम 6:58 बजे शुरू हो जाएगी, जो मंगलवार सुबह 8:46 बजे तक रहेगी। इसलिए प्रतिपदा का मान उदया तिथि में 13 अप्रैल को होगा। इस दिन सूर्य की मेष राशि में संक्रांति होगी। इससे सूर्य अपनी उच्च राशि में प्रवेश करेंगे। साथ ही भौमाष्टमी और सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग नवरात्र के महात्म्य में वृद्धि करेगा। इसी दिन नवसंवत्सर की शुरुआत होगी।
ऐसे करें घटस्थापना
इस बार चैत्र नवरात्र में किसी तिथि का क्षय नहीं है। 13 अप्रैल को आश्विन नक्षत्र और चंद्रमा मेष राशि में रहेगा। इसे नवरात्र की शुभता बढ़ जाएगी।
स्थापना का शुभ मूहूर्त
– 13 अप्रैल : सूर्योदय 5:43 से सुबह 8:46 बजे तक
– अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:36 बजे से दोपहर 12: 24 बजे तक