सहारनपुर। चैत्र नवरात्रि में की गई देवी दुर्गा की पूजा उतना ही फल प्रदान करती है, जितनी वर्षभर की पूजा। इसलिए देशभर में नवरात्रि को न केवल धूमधाम से मनाया जाता है, बल्कि साधक इन नौ दिनों में देवी दुर्गा की सिद्धपीठों पर जाकर दर्शन करते हैं। यदि आप देवी की कृपा और मनोवांछित फल प्राप्त करना चाहते हैं तो देवी का यह उपाय आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है।
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श्री बालाजी धाम सहारनपुर के संस्थापक गुरू श्री अतुल जोशी जी महाराज ने दुर्गा सप्तशती के छठें अध्याय का महत्व बताते हुए कहा कि इस अध्याय में देवी दुर्गा असुरेंद्र शुंभ निशुंभ के सेनापति धूम्रलोचन और उसकी करोडों राक्षसों की सेना का वध करने का वर्णन मिलता है।
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श्री अतुल जोशी जी बताते हैं कि दुर्गा सप्तशती के छठें अध्याय का पाठ करने से समस्त प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। यदि कोई जातक इस अध्याय नियमित रूप से पाठ करता है तो उस जातक के लिए कुछ भी असंभव नहीं रहता है। वह व्यक्ति जहां भी जाता है, वहां उसे उस उसकी आशानुरूप ही फल मिलता है।