sphatik : स्फटिक की माला से मंत्र जाप भी किया जाता है। बहुत से लोग स्फटिक की माला या अंगुठी पहनते हैं। स्फटिक को नग के बजाय माला के रूप में पहना जाता है। इसका शिवलिंग भी बनाया जाता है।
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क्या होता है स्फटिक?
स्फटिक को अंग्रेज़ी में रॉक क्रिस्टल, संस्कृत में सितोपल, शिवप्रिय, कांचमणि और फिटक आदि कहते हैं। कहते हैं कि यह सिलिकॉन और ऑक्सीज़न के एटम्स के मिलने से बनता है। यह बर्फ के समान पारदर्शी और सफेद होता है। दरअसल, स्फटिक एक रंगहीन, पारदर्शी, निर्मल पत्थर होता है जो कि सफेद रंग का चमकदार दिखाई देता है।
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स्फटिक धारण करने के फायदे
1. स्फटिक की माला पहनने से किसी भी प्रकार का भय और घबराहट नहीं रहती है। मन में सुख, शांति और धैर्य बना रहता है।
2. ज्योतिष के अनुसार स्फटिक धारण करने से धन, संपत्ति, रूप, बल, वीर्य और यश प्राप्त होता है।
3. इसकी माला से किसी मंत्र का जप करने से वह मंत्र शीघ्र ही सिद्ध हो जाता है।
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4. इसकी भस्म से ज्वर, पित्त-विकार, निर्बलता तथा रक्त विकार जैसी व्याधियां दूर होती है।
5. स्फटिक की माला को भगवती लक्ष्मी का रूप माना जाता है। स्फटिक की माला धारण करने से शुक्र ग्रह दोष दूर होता है।
6. सोमवार को स्फटिक माला धारण करने से मन में पूर्णत: शांति की अनुभूति होती है एवं सिरदर्द नहीं होता।
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