Gajkesari Yog In Pisces: ज्योतिष के अनुसार हर दिन ग्रह और नक्षत्र की चाल (Gajkesari Yog) शुभ और अशुभ फल प्रदान करती हैं. इस बार हिंदू पंचांग के अनुसार 15 अगस्त के दिन शुभ संयोग बन रहे हैं. 15 अगस्त, सोमवार के दिन मीन राशि में गजकेसरी योग (Gajkesari Yog) का निर्माण हो रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गजकेसरी योग को बहुत शुभ माना गया है. साथ ही, इस दिन भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भी है. हर माह की चतुर्थी तिथि गणेश जी को समर्पित होती है.
Gajkesari Yog In Pisces
इस बार संकष्टी चतुर्थी 15 अगस्त की पड़ रही है और साथ ही मीन राशि में अतिशुभ योग का निर्माण हो रहा है. धार्मिक दृष्टि से 15 अगस्त का दिन बेहद खास है. पंचाग में जानते हैं क्या है इस दिन में खास और गजकेसरी योग का महत्व और फायदों के बारे में.
इन शुभ योगों के साथ मानई जाएगी संकष्टी चतुर्थी
भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 15 अगस्त के दिन है. इस दिन गणपति की कृपा पाने के लिए भक्त पूजा-पाठ और व्रत आदि रखते हैं. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस दिन उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रहेगा. पंचाग के अनुसार इस दिन धृति योग रात 11 बजकर 22 मिनट तक रहेगा.
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इस राशि के लिए होगा लाभकारी
ज्योतिषीयों के अनुसार 15 अगस्त, सोमवार के दिन मीन राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहने वाला है. इस दिन मीन राशि में गजकेसरी योग बना हुआ है. इस दौरान मीन राशि वालों को विशेष फलों की प्राप्ति होने की पूरी संभावना नजर आ रही है. बता दें कि इस दौरान मीन राशि में देवगुरु बृहस्पति ग्रह विराजमान हैं. सोमावर, 15 अगस्त के दिन चंद्रमा के गोचर से इस राशि में गजकेसरी का योग बन रहा है. देवगुरु बृहस्पति और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग का निर्माण होता है. ज्योतिष में इसे शुभ माना गया है.
गजकेसरी योग का महत्व
धार्मिक ग्रंथों में कुछ अतिशुभ योगों का वर्णन मिलता है, उसमें से एक गजकेसरी योग भी शामिल है. गज का अर्थ है हाथी और केसरी का अर्थ है स्वर्ण. यहां गज से मतलब शक्ति से है और स्वर्ण का मतलब समृद्धि से बताया गया है. जब कुंडली में इस योग का निर्माण होता है तो शक्ति और समृद्धि में वृद्धि होती है.
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गणपति का मिलेगा आशीर्वाद
15 अगस्त को चंद्रमा और देवगुरु बृहस्पति को साथ होने से गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है. साथ ही, इस दिन संकष्टी चतुर्थी होने के कारण गणपति का भी आशर्वाद मिलेगा. गणेश जी को समृद्धि और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है. एक साथ इस दिन कई संयोग होने के कारण इस दिन का धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ गया है.
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