pitru paksha 1631783322 1
ज्योतिष जानकारी राशिफल व्रत एवं त्यौहार

श्राद्ध अवधि में भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना नहीं मिलेगा पूर्वजों का आशीर्वाद! shradh 2021

shradh 2021 : हिंदू धर्म में पूर्वजों की आत्‍मा की शांति के लिए धर्म-कर्म करने की मान्‍यता है। इस साल 20 सितंबर से पितृ पक्ष यानि श्राद्ध शुरू हो रहा है जो अगले 15 दिन तक चलेगा। इस दौरान पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए पिंडदान और तर्पण कर्म किया जाता है। साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है। मान्‍यता है कि ऐसा करने से उनकी कृपा बनी रहती है और वे खुश होकर आशीर्वाद देते हैं, लेकिन कुछ काम ऐसे हैं जो इन 15 दिनों में भूलकर भी नहीं करने चाहिए।

pitru paksha 1631783322 1

जीवनसाथी की तलाश हुई आसान! फ्री रजिस्ट्रेशन करके तलाश करें अपना हमसफर

समस्या है तो समाधान भी है, विद्वान ज्योतिषी से फ्री में लें परामर्श

पितृ पक्ष भाद्रपद महीने की पूर्णिमा से शुरू होकर आश्विन महीने की अमावस्या को खत्‍म होते हैं। इस दौरान पूर्वजों के निधन की तिथि के दिन तर्पण किया जाता है। पूर्वज का पूरे साल में किसी भी महीने के शुक्‍ल पक्ष या कृष्‍ण पक्ष की तिथि के दिन निधन होता है, पितृ पक्ष की उसी तिथि के दिन उनका श्राद्ध किया जाता है। भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सिर्फ उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन पूर्णिमातिथि के दिन हुआ हो।

जानिए कौवे से जुड़े शकुन अपशकुन और क्यों करवाते हैं पितृ पक्ष में कौओं को भोजन?

यदि पूर्वजों के निधन की तिथि पता न हो तो शास्‍त्रों के मुताबिक उनका श्राद्ध अमावस्‍या के दिन करना चाहिए। वहीं किसी अप्राकृतिक मौक जैसे आत्‍महत्‍या या दुर्घटना का शिकार हुए परिजन का श्राद्ध चतुर्दशी तिथि को किया जाता है, इससे उनकी आत्‍मा को शांति मिलती है। श्राद्ध करने से पूर्वज आशीर्वाद देते हैं ओर श्राद्ध करने वाले व्‍यक्ति का सांसारिक जीवन खुशहाल होता है। इसके अलावा मरने के बाद उसे मोक्ष मिलता है। यदि श्राद्ध न किया जाए तो पितृ भूखे रहते हैं और वे अपने सगे-संबंधियों को कष्‍ट देते हैं।

अशुभ होता है ऐसा घर, जरूर जांच लें ये अहम बातें Lal Kitab

कभी न करें ये काम:-
1. पितृ पक्ष के दौरान शाकाहारी भोजन का ही सेवन करना चाहिए। अगर आप मांसाहारी भोजन और शराब आदि का सेवन करते हैं तो यह पितरों की नाराजगी का कारण बन सकता है।
2. घर का जो सदस्‍य पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म करता है उसे इन दिनों में बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। उसे ब्रह्मचर्य का पालन भी करना चाहिए।
3. जब भी श्राद्ध कर्म करें तो इस बात का ध्‍यान रखें कि यह कार्य हमेशा दिन में हो। सूर्यास्‍त के बाद श्राद्ध करना अशुभ माना जाता है।

बुध का तुला राशि में गोचर, जानिए किसे मिलेगा धन लाभ और पार्टनर का प्यार 

4. पितृ पक्ष में अगर कोई जानवर या पक्षी आपके दरवाजे पर आए तो उसे भोजन जरूर कराना चाहिए। मान्‍यता है कि पूर्वज इस रूप में आपसे मिलने आते हैं।
5. पितृ पक्ष में कभी भी जानवरों या पक्षी को सताना या परेशान नहीं करना चाहिए।
6. अगर आप पितृ पक्ष में पत्तल पर भोजन करें और ब्राह्राणों को पत्तल में भोजन कराएं तो यह फलदायी होता है।
7. मान्‍यता है कि इन दिनों में लौकी, खीरा, चना, जीरा और सरसों का साग नहीं खाना चाहिए।
8. पितृ पक्ष में शादी, मुंडन, सगाई जैसे कोई भी शुभ कार्य बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। न ही कोई चीज खरीदनी चाहिए।

ज्योतिष के चमत्कारी उपाय, फ्री सर्विस और रोचक जानकारी के लिए ज्वाइन करें हमारा टेलिग्राम चैनल

Google News पर हमसे जुड़ने के लिए हमें यहां क्लीक कर फॉलो करें।

ज्योतिष, धर्म, व्रत एवं त्योहार से जुड़ी ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर @ganeshavoice1 पर फॉलो करें।

Tagged shradh 2021
maheshshivapress
महेश के. शिवा ganeshavoice.in के मुख्य संपादक हैं। जो सनातन संस्कृति, धर्म, संस्कृति और हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतें हैं। इन्हें ज्योतिष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।
https://ganeshavoice.in