Roti Making Astrology: जब से एकल परिवारों का (Roti Making) चलन बढ़ा है, घरों में हर सदस्य के हिसाब (Roti Making) से गिनकर रोटियां बनाई जाने लगी हैं. जाहिर है जब रोटियां गिनकर बनेंगी तो खिलाई भी गिनकर जाएंगी. बढ़ते मोटापे-बीमारियों को देखते हुए कम खाने की ये ट्रिक एक नजर में तो अच्छी लग सकती है लेकिन यह जीवन पर बहुत बुरा असर डालती है. यह न केवल कुंडली के शुभ ग्रहों के असर को गड़बड़ा देती है, बल्कि घर की सुख-शांति-समृद्धि और परिजनों की सेहत तक छीन लेती है.
आइए आज जानते हैं कि रोटी का ग्रहों से क्या संबंध है और रोटियां पकाने को लेकर धर्म, ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में क्या मार्गदर्शन दिया गया है.
Roti Making Astrology
हमेशा जरूरत से 4 रोटियां ज्यादा बनाएं
ज्योतिष के अनुसार घर के सदस्यों के भोजन के लिए जितनी रोटियों की जरूरत है, हमेशा उससे 4 से 5 ज्यादा रोटियों का आटा तैयार करना चाहिए. इसमें पहली रोटी गाय के लिए बनानी चाहिए. इसका आकार तवे जितना बड़ा होना चाहिए. वहीं आखिरी रोटी कुत्ते के लिए बनानी चाहिए. इसे तोड़कर गाय की रोटी से अलग रख देना चाहिए.
जून माह के व्रत एवं त्योहार, देखें लिस्ट Festivals and Fast List June Month 2022
वहीं 2 रोटी मेहमान के लिए बनानी चाहिए. सनातन धर्म में अतिथि को भगवान का रूप माना गया है. इसलिए पहले के समय में घरों में अप्रत्याशित तौर पर आने वाले मेहमान के लिए रोज अतिरिक्त रोटियां बनाई जाती थीं. ऐसा करने से घर में बरकत बनी रहती है और मां अन्नपूर्णा की कृपा भी रहती है. घर आए मेहमान का भूखा जाना अच्छा नहीं होता है. यदि मेहमान न आएं तो ये रोटियां खुद उपयोग कर लें या गाय अथवा कुत्ते, पक्षियों आदि को दे दें.
कब से शुरु होगा सावन का महीना, जानें महत्व और व्रत तिथियां Sawan 2022
बासी आटे से बनी रोटी कराती है परिवार में झगड़ा
जब रोटियां गिनकर बनाई जाती हैं तो बचे हुए आटे को फ्रिज में रख दिया जाता है और अगले दिन इसका इस्तेमाल किया जाता है. ऐसा करना वैज्ञानिक नजरिए से तो गलत है ही क्योंकि इसमें पैदा हुए बैक्टीरिया कई बीमारियों को जन्म देते हैं, इसके अलावा यह ज्योतिष के लिहाज से भी गलत है.
इन राशि वालों के शुरू होंगे अच्छे दिन,सफलता के योग Surya Gochar
रोटी का संबंध सूर्य और मंगल से है. रोटी हमें ऊर्जा देती है लेकिन जब बासी आटे से रोटी बनाई जाती है, तो आटे में पैदा हुए बैक्टीरिया के कारण उसका संबंध राहु से हो जाता है. ऐसी रोटी कुत्ते को दी जानी चाहिए. लेकिन जब कुत्ते को दी जाने वाली ये रोटियां यानी कि बासी आटे की रोटियां जब घर के लोग खाते हैं तो वह सामान्य से तेज आवाज में बोलते हैं और यह स्थितियां झगड़े का कारण बनती हैं. लिहाजा घर में शांति चाहते हैं तो कभी भी बासी आटे से बनी रोटियां घर के लोगों को नहीं खानी चाहिए.
3 जून से इन 3 राशि वालों को धनलाभ के प्रबल आसार Budh Uday
नष्ट होते हैं बुरे कर्म
गाय को तो सनातन धर्म में पूजनीय माना गया है. वहीं बेजुबान जानवरों को भोजन देने और उनकी सेवा करने को बहुत अच्छा कर्म माना गया है. ऐसा करने से व्यक्ति के बुरे कर्म नष्ट होते हैं. इसलिए भोजन बनाते समय रोज गाय, कुत्ते, पक्षियों के लिए भोजन जरूर निकालें.
ज्योतिष के चमत्कारी उपाय, व्रत एवं त्योहार फ्री सर्विस और रोचक जानकारी के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर @ganeshavoice1 पर फॉलो करें।
ज्योतिष, धर्म, व्रत एवं त्योहार से जुड़ी ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए ज्वाइन करें हमारा टेलिग्राम चैनल
Google News पर हमसे जुड़ने के लिए हमें यहां क्लीक कर फॉलो करें।