व्रत एवं त्यौहार

Shivaratri 2021 : चाहते हो सभी समस्याओं से मुक्ति तो शिवरात्रि पर करें ये कार्य

मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्,

मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिषाचार्य
आगामी 11 मार्च 2021, गुरुवार को महाशिवरात्रि कई शुभ संयोगों में आ रही है। इस दिन मकर राशि में 4 बड़े ग्रह- शनि, गुरु, बुध तथा चंद्र, ध्निष्ठा नक्षत्र में होंगे तथा आंशिक कालसर्प योग भी रहेगा। इस योग में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होगा। जातक यदि भगवान की आराधना करेंगे तो इससे उनकी कई मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। इस दिन रुद्राभिषेक करना शुभदायक होगा। इस दुर्लभ योग में भगवान शिव की आराधना करने पर दोष भी दूर हो सकेंगे और कष्टों से मुक्ति मिलेगी।

विशेषः चेतावनी

बेल पत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। बेल पत्र के तीनों पत्ते पूरे हों, टूटे न हों। इसका चिकना भाग शिवलिंग से स्पर्श करना चाहिए। नील कमल भगवान शिव का प्रिय पुष्प माना गया है। अन्य फूलों मे कनेर, आक, धतूरा, अपराजिता, चमेली, नाग केसर, गूलर आदि के फूल चढ़ाए जा सकते है। जो पुष्प वर्जित हैं वे हैं- कदंब, केवड़ा व केतकी। फूल ताजे हों बासी नहीं। इस दिन काले वस्त्र न पहनें। इसमें तिल का तेल प्रयोग न करें। पूजा में अक्षत ही चढाएं। टूटे चावल न चढ़ाएं।

Mahashivaratri 2021 महाशिवरात्रि 2021 : कब और कैसे मनाएं महाशिवरात्रि ?

भगवान श‌िव को सफेद फूल बहुत पसंद होता है, लेक‌िन भगवान श‌िव को सफेद फूल बहुत पसंद होता है, लेक‌िन केतकी का फूल सफेद होने के बावजूद भोलेनाथ की पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए। भगवान श‌िव की पूजा करते समय शंख से जल अर्प‌ित नहीं करना चाहिए। भगवान श‌िव की पूजा में तुलसी का प्रयोग वर्ज‌ित माना गया है। शिव की पूजा में तिल नहीं चढ़ाया जाता है। तिल भगवान व‌िष्‍णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, इसल‌िए भगवान व‌िष्‍णु को त‌िल अर्प‌ित क‌िया जाता है लेक‌िन श‌िव जी को नहीं चढ़ता है। भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाया जाना चाहिए। शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। शिव प्रतिमा पर नारियल चढ़ा सकते हैं, लेकिन नारियल का पानी नहीं। हल्दी और कुमकुम उत्पत्ति के प्रतीक हैं, इसलिए पूजन में इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए। बिल्व पत्र के तीनों पत्ते पूरे होने चाहिएं, खंडित पत्र कभी न चढ़ाएं। चावल सफेद रंग के साबुत होने चाहिएं, टूटे हुए चावलों का पूजा में निषेध है। फूल बासी एवं मुरझाए हुए न हों।

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विभिन्न सामग्री से बने शिवलिंग का अलग महत्व

फूलों से बने शिवलिंग पूजन से भू- संपत्ति प्राप्त होती है। अनाज से निर्मित शिवलिंग स्वास्थ्य एवं संतान प्रदायक है। गुड़ व अन्न मिश्रित शिवलिंग पूजन से कृषि संबंधित समस्याएं दूर रहती हैं। चांदी से निर्मित शिवलिंग धन- धान्य बढ़ाता है। स्फटिक के वाले से अभीष्ट फल प्राप्ति होती है। पारद शिवलिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है जो सर्व कामप्रद, मोक्षप्रद, शिवस्वरुप बनाने वाला, समसत पापों का नाश करने वाला माना गया है।

शिवरात्रि पर करें कालसर्प या राहू योग का निवारण

चांदीे के नाग-नागिन का जोड़ा, दूध या गंगा जल, हलवा, सरसों का तेल, काला सफेद कंबल, शिवलिंग पर अर्पित करें। महामृत्युंज्य मंत्र की कम से कम एक माला करें। या किसी सुयोग्य कर्मकांडी से इस दोष का विधिवत निवारण करवाएं।

मार्च 2021 के व्रत एवं त्योहार, देखिए पूरा कैलेंडर : fast and festivals march 2021

मुख्य मंत्र

ओम् नमः शिवाय
ओम् नमो वासुदेवाय नम
ओम् राहुवे नमः
महामृत्युंज्य मंत्र- ओम् त्रयंम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनं!
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्!!
शिवरात्रि पर अन्य मंत्र आप विभिन्न समस्याओं के लिए कर सकते हैं
आय वृद्धि : शं हृीं शं !!
विवाहः ओम् ऐं हृी शिव गौरी मव हृीं ऐं ओम् !
शत्रुः ओम् मं शिव स्वरुपाय फट् !
रोगः ओम् ह्रौं सदा शिवाय रोग मुक्ताय ह्रौं फट् !
साढ़े सातीः हृीं ओम् नमः शिवाय हृीं !
मुकदमाः ओम् क्रीं नमः शिवाय क्रीं !
परीक्षाः ओम् ऐं गे ऐं ओम् !
बिगड़ी संतानः ओम् गं ऐं ओम् नमः शिवाय ओम् !
विदेश यात्राः ओम् अनंग वल्लभाये विदेश गमनाय कार्यसिद्धयर्थे नमः!
सुख सम्पदाः ओम् हृौं शिवाय शिवपराय फट्!
शत्रु विजयः ओम् जूं सः पालय पालय सः जूं ओम्!
रोजगार प्राप्ति: ओम् शं हृीं शं हृीं शं हृीं शं हृीं ओम्!
प्रेम प्राप्तिः ओम् हृीं ग्लौं अमुकं सम्मोहय सम्मोहय फट्!

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महेश कुमार शिवा ganeshavoice.in के मुख्य संपादक हैं। जो सनातन संस्कृति, धर्म, संस्कृति और हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतें हैं। इन्हें ज्योतिष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।
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