नई दिल्ली। फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, प्रमादि संवत्सर विक्रम संवत 2077, शक संवत 1942 (शर्वरी संवत्सर), माघ। त्रयोदशी तिथि 02:40 PM तक उपरांत चतुर्दशी। नक्षत्र धनिष्ठा 09:45 PM तक उपरांत शतभिषा। शिव योग 09:24 AM तक, उसके बाद सिद्ध योग। करण वणिज 02:40 PM तक, बाद विष्टि 02:48 AM तक, बाद शकुनि। 11 मार्च 2021, दिन गुरुवार को राहु 01:59 PM से 03:27 PM तक है। 09:21 AM तक चन्द्रमा मकर उपरांत कुंभ राशि पर संचार करेगा।
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विक्रम संवत – 2077, प्रमादि
शक सम्वत – 1942, शर्वरी
पूर्णिमांत – फाल्गुन
अमांत – माघ
तिथि
कृष्ण पक्ष त्रयोदशी – 10 मार्च 02:40 PM – 11 मार्च 02:40 PM
कृष्ण पक्ष चतुर्दशी – 11 मार्च 02:40 PM – 12 मार्च 03:02 PM
नक्षत्र
धनिष्ठा – 10 मार्च 09:03 PM – 11 मार्च 09:45 PM
शतभिषा – 11 मार्च 09:45 PM – 12 मार्च 10:51 PM
करण
वणिज – 11 मार्च 02:37 AM – 11 मार्च 02:40 PM
विष्टि – 11 मार्च 02:40 PM – 12 मार्च 02:48 AM
शकुनि – 12 मार्च 02:48 AM – 12 मार्च 03:02 PM
योग
शिव – 10 मार्च 10:36 AM – 11 मार्च 09:24 AM
सिद्ध – 11 मार्च 09:24 AM – 12 मार्च 08:29 AM
वार
गुरुवार
Shivaratri 2021 : चाहते हो सभी समस्याओं से मुक्ति तो शिवरात्रि पर करें ये कार्य
त्यौहार और व्रत
महाशिवरात्रि
मास शिवरात्रि
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:39 AM
सूर्यास्त – 6:23 PM
चन्द्रोदय – 11 मार्च, 5:32 AM
चन्द्रास्त – 11 मार्च, 4:33 PM
अशुभ काल
राहू – 1:59 PM – 3:27 PM
यम गण्ड – 6:39 AM – 8:07 AM
कुलिक – 9:35 AM – 11:03 AM
दुर्मुहूर्त – 10:33 AM – 11:20 AM, 03:15 PM – 04:02 PM
वर्ज्यम् – 05:17 AM – 06:57 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 12:07 PM – 12:54 PM
अमृत काल – 11:02 AM – 12:40 PM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:02 AM – 05:50 AM
आनन्दादि योग
श्रीवत्स – 09:45 PM से
वज्र
सूर्या राशि
सूर्य कुंभ राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मार्च 11, 09:21 AM तक मकर राशि उपरांत कुंभ राशि पर संचार करेगा
चन्द्र मास
अमांत – माघ
पूर्णिमांत – फाल्गुन
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – फाल्गुन 20, 1942
वैदिक ऋतु – शिशिर
द्रिक ऋतु – वसंत
चाहते हो भगवान शंकर की कृपा तो शिवरात्रि पर राशि के अनुसार करें अभिषेक
दिन का चौघड़िया
शुभ (वार वेला) 06:39 AM 08:07 AM
रोग 08:07 AM 09:35 AM
उद्बेग 09:35 AM 11:03 AM
चर 11:03 AM 12:31 PM
लाभ 12:31 PM 13:59 PM
अमृत 13:59 PM 15:27 PM
काल (काल वेला) 15:27 PM 16:55 PM
शुभ (वार वेला) 16:55 PM 18:23 PM
शनि अमावस्या: करें ये उपाय तो शनि की पीड़ा से मिलेगी मुक्ति
रात का चौघड़िया
अमृत 18:23 PM 19:54 PM
चर 19:54 PM 21:26 PM
रोग 21:26 PM 22:58 PM
काल 22:58 PM 00:30 AM
लाभ (काल रात्रि) 00:30 AM 02:02 AM
उद्बेग 02:02 AM 03:34 AM
शुभ 03:34 AM 05:06 AM
अमृत 05:06 AM 06:37 AM