bhojan thali 1
घरेलू नुस्खे राशिफल

योग और आयुर्वेद की ये 6 टिप्स बढ़ाएंगे आपके शरीर की ताकत : yoga and ayurveda

yoga and ayurveda : वर्तमान समय में देश का कोई ही घर ऐसा होगा, जहां कोई व्यक्ति बीमार न हो। बीमारियों से बचने के लिए हम अनेकों उपाय करते हैं, लेकिन यदि आप योग और आयुर्वेद (yoga and ayurveda) पर भरोसा करते हैं तो यहां आपके लिए 6 ऐसे टिप्स दिए जा रहे हैं, जिनको करने से न केवल आपका शरीर (body) मजबूत होगा, बल्कि की आपकी सेहत भी जवां बनी रहेगी।

bhojan thali 1

जीवनसाथी की तलाश हुई आसान! फ्री रजिस्ट्रेशन करके तलाश करें अपना हमसफर

समस्या है तो समाधान भी है, विद्वान ज्योतिषी से फ्री में लें परामर्श

आयुर्वेद के अनुसार भोजन का पचना जरूरी है। समय पर पच गया तो समझो की इम्यून सिस्टम भी सही होने लगेगा। तो आंतों को पचाने में ज्यादा मेहनत ना करना पड़े इसलिए दांतों का भरपूर उपयोग करें। एक ग्रास को कम से कम 32 बार चबाएं फिर ही निगलें। यह भी कर सकते हैं कि छोटे छोटे ग्रास लें और उसे तब तक चबाएं जब तक की वह मीठा ना लगने लगे। 32 दांत होते हैं इसलिए कम से कम 32 बार। 32 बार चबाने से भोजन पूरी तरह से टूट कर लार में घुल जाता है जो आसानी से पच जाता है।

32 बीमारियों में आराम देता है शरद पूर्णिमा का चांद sharad purnima 2021

आयुर्वेद कहता है कि यदि भोजन के डेढ़ घंटे बाद आप पानी पीएंगे तो हमेशा निरोगी बने रहेंगे। भोजन के दौरान या उसके तुरंत बाद पानी पीने के कई नुकसान होते हैं। अत: उचित मात्रा में और उचित समय पर पानी पीना चाहिए। उचित अर्थात सम्यक। पानी का काम भोजन को पचाना होता है। यदि आपने कम पानी पीया है तो यह उचित नहीं है और ज्यादा पीया है तो भी उचित नहीं है सम्यक अर्थात ठीक ठीक मात्रा में पानी पीएं। आपके शरीर को जब प्यास लगे तभी पानी पीएं और उतना ही पीएं जितनी की प्यास है। यदि आपके शरीर के तापमान के अनुसार आप 4 डिग्री कम या ज्यादा पानी पीते हैं तो यह एक आदर्श स्थिति है। पानी घुंट घुंट पीएं। एक साथ बहुत ज्यादा पानी नहीं पीएं।

आपकी जान भी ले सकती है लौकी Lauki, भूलकर भी नहीं करें ये गलती

आयुर्वेद के अनुसार सबसे पहले मीठा, फिर नमकीन, अंत में कड़वा खाना चाहिए, नहीं तो एक जैसे ही भोजन करें। सबसे पहले रसदार, बीच में गरिष्ठ, अंत में द्रव्य पदार्थ ग्रहण करें। हालांकि कुछ विद्वान मानते हैं कि खाने के पहले तीखा इसलिए खाते हैं क्योंकि इससे आपका पाचन तंत्र सक्रिय हो जाए। आयुर्वेद के अनुसार शुरुआत में तीखा भोजन करने के बाद पेट में पाचन तत्व तथा अम्ल सक्रिय हो जाते हैं। जिससे पाचन तंत्र तेज जाता है। मीठी चीजों में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो पाचन प्रक्रिया को धीमी कर देता है इसलिए खाना खाने के बाद मीठा खाने से पाचन प्रक्रिया दुरुस्त रहती है। भोजन के बाद इसीलि कहते भी हैं कि अब कुछ मीठा हो जाए। यह मीठा पानी की प्यास बुझा देता है।

आयुर्वेद के अनुसार खाने के बाद मीठा खाने से अम्ल की तीव्रता कम हो जाती है जिससे पेट में जलन या एसिडिटी नहीं होती है। मीठे में आपको सफेद शक्कर नहीं खाना चाहिए यह नुकसानदायक है। इससे तैयार चीजों का भी सेवन नहीं करना चाहिए। इससे मोटापे और अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं का खतरा हो सकता है। इसके बजाय आपको आर्गेनिक गुड़ खाना चाहिए या इससे बनी चीजों का ही सेवन करना चाहिए। आप चाहें तो ब्राउन शुगर या नारियल की शुगर का उपयोग कर सकते हैं।

तुलसी की पत्तियां तोड़ते समय ये गलतियां करना पड़ सकता है भारी 

थोड़ा खाने वाले को आरोग्य, आयु, बल, सुख, सुंदर संतान और सौंदर्य प्राप्त होता है। अर्थात भोजन भरपेट ना खाएं कम से कम एक रोटी की भूख बाकी रखें। ज्यादा भोजन करने के नुकसान भी है। भोजन चिड़ियों की तरह करें। भोजन के पश्चात दिन में टहलना एवं रात में सौ कदम टहलकर बाईं करवट लेटने अथवा वज्रासन में बैठने से भोजन का पाचन अच्छा होता है। भोजन के एक घंटे पश्चात मीठा दूध एवं फल खाने से भोजन का पाचन अच्छा होता है।

भोजन के मेल को समझे, जैसे दूध के साथ नमक, दही, छाछ, खट्टी चीजें, इमली, खरबूज, नारियल, मूली या उसके पत्ते, तुरई, बेल, कुलथी, बैंगन, कटहल, घट्टेफल और सत्तू हानिकारक होते हैं। चावल के साथ सिरका हानिप्रद होता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि पालक के साथ पनीर और दूध के साथ चाय लेना भी हानिकारक होता है। इसी तरह कई तरह के बेमेल भोजन हम करते रहते हैं जिससे अनजाने में ही नुकसान होता रहता है और हमारा इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है। इसलिए एक बार आप बेमेल भोजन के बारे में अच्छे से जान लीजिये।

इन तारीख को जन्में लोगों पर हमेशा रहती है मां लक्ष्मी की कृपा, क्या आप हैं इनमें शामिल

जिस तरह पानी का कार्य भोजन को पचाना और वजन को घटाना होता है उसी तरह वायु का काम भी भोजन को पचाकर बाहर निकालना होता है। यदि आप उचित रूप से श्‍वास लेकर बाहर छोड़ नहीं रहे हैं तो भोजन को पचने में देर लगेगी। यदि आप उचित रूप से श्वास नहीं ले पा रहे हैं तो प्राणायाम का अभ्यास करें। अनुलोम विलोम करने से भोजन जल्दी से पचता है।

ज्योतिष के चमत्कारी उपाय, फ्री सर्विस और रोचक जानकारी के लिए ज्वाइन करें हमारा टेलिग्राम चैनल

Google News पर हमसे जुड़ने के लिए हमें यहां क्लीक कर फॉलो करें।

ज्योतिष, धर्म, व्रत एवं त्योहार से जुड़ी ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर @ganeshavoice1 पर फॉलो करें।

Tagged yoga and ayurveda
maheshshivapress
महेश के. शिवा ganeshavoice.in के मुख्य संपादक हैं। जो सनातन संस्कृति, धर्म, संस्कृति और हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतें हैं। इन्हें ज्योतिष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।
https://ganeshavoice.in