Jagannatha Temple 1
धर्म दर्शन राशिफल

जगन्नाथ मंदिर Jagannath Temple के आश्चर्यजनक रहस्य, जिन्हें बहुत कम लोग ही जानते हैं…

Amazing Secrets of Jagannath Temple : भगवान कृष्ण ने जब देह छोड़ा तो उनका अंतिम संस्कार किया गया, उनका पूरा शरीर तो पंचतत्व में मिल गया, लेकिन उनका हृदय बिलकुल सामान्य एक जिन्दा आदमी की तरह धड़क रहा था और वो बिलकुल सुरक्षित था। उनका हृदय आज तक सुरक्षित है जो भगवान जगन्नाथ की काठ की मूर्ति के अंदर रहता है और उसी तरह धड़कता है, ये बात बहुत कम लोगों को पता है। Jagannath Temple :

Jagannatha Temple 1

अगर आपके Mobile Number में 17 का अंक है तो आपको मिल सकता है…

महाप्रभु का महा रहस्य, सोने की झाड़ू से होती है सफाई

महाप्रभु जगन्नाथ (श्री कृष्ण) को कलियुग का भगवान भी कहते है। पुरी(उड़ीसा) में जगन्नाथ स्वामी अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ निवास करते है। मगर रहस्य ऐसे हैं कि आज तक कोई न जान पाया।
हर 12 साल में महाप्रभु की मूर्ति को बदला जाता है, उस समय पूरे पुरी शहर में ब्लैकआउट किया जाता है यानि पूरे शहर की लाइट बंद की जाती है। लाइट बंद होने के बाद मंदिर परिसर को सीआरपीएफ की सेना चारों तरफ से घेर लेती है। उस समय कोई भी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकता।

ये पांच राशि के जातक बनेंगे धनवान, 7 जुलाई के बाद बन रहा बुधादित्य योग 

मंदिर के अंदर घना अंधेरा रहता है
पुजारी की आँखों मे पट्टी बंधी होती है। पुजारी के हाथ में दस्ताने होते हैं।वो पुरानी मूर्ति से “ब्रह्म पदार्थ” निकालता है और नई मूर्ति में डाल देता है। ये ब्रह्म पदार्थ क्या है आज तक किसी को नहीं पता। इसे आज तक किसी ने देखा भी नहीं। हज़ारो सालों से ये एक मूर्ती से दूसरी मूर्ती में ट्रांसफर किया जा रहा है।
ये एक अलौकिक पदार्थ है जिसको छूने मात्र से किसी इंसान के जिस्म के चिथड़े उड़ जाए। इस ब्रह्म पदार्थ का संबंध भगवान श्री कृष्ण से है। मगर ये क्या है, कोई नहीं जानता। ये पूरी प्रक्रिया हर 12 साल में एक बार होती है। उस समय सुरक्षा बहुत ज्यादा होती है।
मगर आज तक कोई भी पुजारी ये नहीं बता पाया कि महाप्रभु जगन्नाथ की मूर्ति में आखिर ऐसा क्या है ?

Depression & Stress से मुक्ति के लिए ज्योतिषीय Tips

कुछ पुजारियों का कहना है कि जब हमने उसे हाथ में लिया तो खरगोश जैसा उछल रहा था। आंखों में पट्टी थी। हाथ में दस्ताने थे तो हम सिर्फ महसूस कर पाए। आज भी हर साल जगन्नाथ यात्रा के उपलक्ष्य में सोने की झाड़ू से पुरी के राजा खुद झाड़ू लगाने आते हैं।
भगवान जगन्नाथ मंदिर के सिंहद्वार से पहला कदम अंदर रखते ही समुद्र की लहरों की आवाज अंदर सुनाई नहीं देती है, जबकि आश्चर्य में डाल देने वाली बात यह है कि जैसे ही आप मंदिर से एक कदम बाहर रखेंगे, वैसे ही समुद्र की आवाज सुनाई देगी।
आपने ज्यादातर मंदिरों के शिखर पर पक्षी बैठे-उड़ते देखे होंगे, लेकिन जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से कोई पक्षी नहीं गुजरता।
झंडा हमेशा हवा की उल्टी दिशा में लहराता है। दिन में किसी भी समय भगवान जगन्नाथ मंदिर के मुख्य शिखर की परछाई नहीं बनती है। भगवान जगन्नाथ मंदिर के 45 मंजिला शिखर पर स्थित झंडे को रोज बदला जाता है, ऐसी मान्यता है कि अगर एक दिन भी झंडा नहीं बदला गया तो मंदिर 18 सालों के लिए बंद हो जाएगा।

बिना शर्त प्यार Love करते हैं इन राशि के लोग, दिल क्या जान भी देते हैं, तुरंत एक्सेप्ट करें प्रपोजल

इसी तरह भगवान जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर एक सुदर्शन चक्र भी है, जो हर दिशा से देखने पर आपके मुंह आपकी तरफ दिखता है।
भगवान जगन्नाथ मंदिर की रसोई में प्रसाद पकाने के लिए मिट्टी के 7 बर्तन एक-दूसरे के ऊपर रखे जाते हैं, जिसे लकड़ी की आग से ही पकाया जाता है, इस दौरान सबसे ऊपर रखे बर्तन का पकवान पहले पकता है।
भगवान जगन्नाथ मंदिर में हर दिन बनने वाला प्रसाद भक्तों के लिए कभी कम नहीं पड़ता, लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि जैसे ही मंदिर के पट बंद होते हैं, वैसे ही प्रसाद भी खत्म हो जाता है। ये सब बड़े आश्चर्य की बात हैं…

ज्योतिष के चमत्कारी उपाय, फ्री सर्विस और रोचक जानकारी के लिए ज्वाइन करें हमारा टेलिग्राम चैनल

Google News पर हमसे जुड़ने के लिए हमें यहां क्लीक कर फॉलो करें।

ज्योतिष, धर्म, व्रत एवं त्योहार से जुड़ी ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर @ganeshavoice1 पर फॉलो करें।

Tagged Amazing Secrets of Jagannath Temple, Jagannath Temple, जगन्नाथ मंदिर के आश्चर्यजनक रहस्य
maheshshivapress
महेश कुमार शिवा ganeshavoice.in के मुख्य संपादक हैं। जो सनातन संस्कृति, धर्म, संस्कृति और हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतें हैं। इन्हें ज्योतिष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।
https://ganeshavoice.in