Dainik Panchang : लोकेशन New Delhi, Delhi, India : Dainik Panchang : चैत्र शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, राक्षस संवत्सर (Dainik Panchang) विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), चैत्र। पूर्णिमा तिथि 12:24 AM तक उपरांत प्रतिपदा। नक्षत्र हस्त 08:40 AM तक उपरांत चित्रा। हर्षण योग 02:45 AM तक, उसके बाद वज्र योग। करण विष्टि 01:28 PM तक, बाद बव 12:25 AM तक, बाद बालव। 16 अप्रैल 2022, दिन शनिवार को राहु 09:10 AM से 10:45 AM तक है। 08:01 PM तक चन्द्रमा कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा।
Dainik Panchang 16 April 2022
घर या मंदिर में शाम को करते हैं पूजा? जरूर रखें इन बातों का ध्यान Evening Worship
सूर्योदय 5:58 AM
सूर्यास्त 6:43 PM
चन्द्रोदय 6:27 PM
चन्द्रास्त 6:14 AM
अयन उत्तरायण
द्रिक ऋतु बसंत
विक्रम संवत – 2079, राक्षस
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत – चैत्र
अमांत – चैत्र
तिथि
शुक्ल पक्ष पूर्णिमा – 16 अप्रैल 02:25 AM – 17 अप्रैल 12:24 AM
कृष्ण पक्ष प्रतिपदा – 17 अप्रैल 12:24 AM – 17 अप्रैल 10:01 PM
नक्षत्र
हस्त – 15 अप्रैल 09:35 AM – 16 अप्रैल 08:40 AM
चित्रा – 16 अप्रैल 08:40 AM – 17 अप्रैल 07:16 AM
करण
विष्टि – 16 अप्रैल 02:25 AM – 16 अप्रैल 01:28 PM
बव – 16 अप्रैल 01:28 PM – 17 अप्रैल 12:25 AM
बालव – 17 अप्रैल 12:25 AM – 17 अप्रैल 11:15 AM
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योग
हर्षण – 16 अप्रैल 05:32 AM – 17 अप्रैल 02:45 AM
वज्र – 17 अप्रैल 02:45 AM – 17 अप्रैल 11:40 PM
वार
शनिवार
त्यौहार और व्रत
पूर्णिमा
चैत्र पूर्णिमा
पूर्णिमा व्रत
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:58 AM
सूर्यास्त – 6:43 PM
चन्द्रोदय – 16 अप्रैल 6:27 PM
चन्द्रास्त – 17 अप्रैल 6:14 AM
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अशुभ काल
राहू – 9:10 AM – 10:45 AM
यम गण्ड – 1:56 PM – 3:32 PM
कुलिक – 5:58 AM – 7:34 AM
दुर्मुहूर्त – 07:40 AM – 08:31 AM
वर्ज्यम् – 04:12 PM – 05:42 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 11:55 AM – 12:46 PM
अमृत काल – 01:15 AM – 02:45 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 04:22 AM – 05:10 AM
आनन्दादि योग
मृत्यु – 08:40 AM से
काण
सूर्या राशि
सूर्य मेष राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा 16 अप्रैल, 08:01 PM तक कन्या राशि उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा
चन्द्र मास
अमांत – चैत्र
पूर्णिमांत – चैत्र
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – चैत्र 26, 1944
वैदिक ऋतु – बसंत
द्रिक ऋतु – बसंत
नोट : कोई भी शुभ समय या मुहूर्त के दौरान, राहुकाल गुलिक काल, यमगण्ड काल से बचना चाहिए क्योंकि ये समय अशुभ माना जाता है।
क्या दैवीय शक्ति आपकी मदद कर रही है, जानें इन संकेतों से Spirituality
दिन का चौघड़िया
काल (काल वेला) 05:58 AM 07:34 AM
शुभ 07:34 AM 09:09 AM
रोग 09:09 AM 10:45 AM
उद्बेग 10:45 AM 12:20 PM
चर 12:20 PM 13:56 PM
लाभ (वार वेला) 13:56 PM 15:32 PM
अमृत 15:32 PM 17:07 PM
काल (काल वेला) 17:07 PM 18:43 PM
रात का चौघड़िया
लाभ (काल रात्रि) 18:43 PM 20:07 PM
उद्बेग 20:07 PM 21:31 PM
शुभ 21:31 PM 22:56 PM
अमृत 22:56 PM 00:20 AM
चर 00:20 AM 01:44 AM
रोग 01:44 AM 03:09 AM
काल 03:09 AM 04:33 AM
लाभ (काल रात्रि) 04:33 AM 05:57 AM
चंद्र बल (राशि ) 16/04/22 08:01 PM तक
मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु और मीन
उपरांत,
चंद्र बल (राशि ) 17/04/22 05:57 AM तक
मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु और मकर
ताराबल (नक्षत्र) 16/04/22 08:40 AM तक
अश्विनी, कृत्तिका, म्रृगशीर्षा, आद्रा, पुष्य, मघा, उत्तर फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा और उत्तरभाद्रपदा
उपरांत,
ताराबल (नक्षत्र) 17/04/22 05:57 AM तक
भरणी, रोहिणी, आद्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्व फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वभाद्रपदा और रेवती
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