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आखिर करवा चौथ के दिन छलनी से क्यों देखते हैं चांद? Karwa Chauth 2021

Karwa Chauth 2021 : हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। ये दिन विवाहित महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं।

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इस साल करवा चौथ 24 अक्टूबर 2021 को मनाया जाएगा। दिन भर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाएं को छलनी से चंद्रमा को देखकर व्रत खोलती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन चांद देखने के लिए छलनी का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? महिलाएं चांद को छलनी से क्यों देखती हैं ?

छलनी से चांद क्यों देखा जाता है
भविष्य पुराण के अनुसार चौथ का चांद देखना वर्जित होता है। चौथ का चांद देखने से मिथ्या आरोप लग सकता है या फिर कहें कि कोई झूठा आरोप लग सकता है। वहीं करवा चौथ भी चौथ की ही तिथि है। यही कारण है कि चांद को इस दिन खाली देखने की बजाए किसी पारदर्शी वस्तु (छलनी आदि) का इस्तेमाल करके देखा जाता है।

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अन्य कारण

1. सुंदरता, सहनशीलता और प्रेम से समृद्ध चंद्रमा को ब्रह्मा का रूप माना जाता है। जिन्हें लंबी उम्र का वरदान भी हासिल है। इसलिए विवाहित महिलाएं छलनी से चांद देखकर अपने पति के लिए इन सभी गुणों की कामना करती हैं।

2. एक पौराणिक कथा के मुताबिक एक साहूकार के 7 बेटे और एक बेटी थी। साहूकार की बेटी ने अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था, लेकिन भूख से उसकी हालत खराब होने लगी थी। साहूकार के बेटों ने अपनी बहन से खाना खाने को कहा, लेकिन साहूकार की बेटी ने खाने से मना कर दिया। भाइयों से जब बहन की हालत देखी नहीं गई तो उन्होंने दूर से आग जलाकर बहन को झूठा चांद दिखा दिया।

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बहन ने इसे चंद्रमा मानकर अपना व्रत खोला दिया। लेकिन व्रत खोलने के बाद उसके पति की मृत्यु हो गई। ऐसा माना जाता है कि बिना असली चांद देखे ही व्रत खोलने से उनके पति की मृत्यु हो गई। कहा जाता है कि हाथ में छलनी लेकर चंद्रमा को देखने के बाद करवा चौथ का व्रत खोलने की परंपरा पति को देखकर ही शुरू हो गई ताकि कोई छल-कपट से किसी का व्रत न तोड़ सके।

3. चांद निकलने पर महिलाएं छलनी में दीया रखकर चांद और फिर पति के चेहरे की ओर देखती हैं। ये भी माना जाता है कि जब महिलाएं चांद को देखती हैं और फिर पति के चेहरे को छलनी में दीपक रखकर देखती हैं, तो उससे निकलने वाला प्रकाश सभी बुरी नजरों को दूर करता है। साथ ही जब दीपक की पवित्र रोशनी साथी के चेहरे पर पड़ती है तो पति-पत्नी के रिश्ते में सुधार आता है।

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महेश के. शिवा ganeshavoice.in के मुख्य संपादक हैं। जो सनातन संस्कृति, धर्म, संस्कृति और हिन्दी के अनेक विषयों पर लिखतें हैं। इन्हें ज्योतिष विज्ञान और वेदों से बहुत लगाव है।
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