Dainik Panchang : लोकेशन New Delhi, Delhi, India : Dainik Panchang : आश्विन कृष्ण पक्ष चतुर्थी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत (Dainik Panchang) 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), भाद्रपद | चतुर्थी तिथि 10:25 AM तक उपरांत पंचमी | (Dainik Panchang) नक्षत्र अश्विनी 06:57 AM तक उपरांत भरणी | ध्रुव योग 06:17 AM तक, उसके बाद व्याघात योग 05:35 AM तक, उसके बाद हर्षण योग | करण बालव 10:25 AM तक, बाद कौलव 10:37 PM तक, बाद तैतिल | 14 सितंबर 2022 बुधवार को राहु 12:16 PM से 01:48 PM तक है | चन्द्रमा मेष राशि पर संचार करेगा |
Dainik Panchang 14 september 2022 / आज का पंचांग
सूर्योदय 6:09 AM
सूर्यास्त 6:23 PM
चन्द्रोदय 9:00 PM
चन्द्रास्त 10:46 AM
अयन दक्षिणायन
द्रिक ऋतु शरद
जूते तय करते हैं तरक्की की राह, जानें क्यों साथ नहीं दे रही किस्मत Footwear Vastu
विक्रम संवत – 2079, राक्षस
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत – आश्विन
अमांत – भाद्रपद
तिथि
कृष्ण पक्ष चतुर्थी – 13 सितंबर 10:37 AM – 14 सितंबर 10:25 AM
कृष्ण पक्ष पंचमी – 14 सितंबर 10:25 AM – 15 सितंबर 11:00 AM
नक्षत्र
अश्विनी – 13 सितंबर 06:36 AM – 14 सितंबर 06:57 AM
भरणी – 14 सितंबर 06:57 AM – 15 सितंबर 08:05 AM
करण
बालव – 13 सितंबर 10:25 PM – 14 सितंबर 10:25 AM
कौलव – 14 सितंबर 10:25 AM – 14 सितंबर 10:37 PM
तैतिल – 14 सितंबर 10:37 PM – 15 सितंबर 11:00 AM
योग
ध्रुव – 13 सितंबर 07:36 AM – 14 सितंबर 06:17 AM
व्याघात – 14 सितंबर 06:17 AM – 15 सितंबर 05:35 AM
हर्षण – 15 सितंबर 05:35 AM – 16 सितंबर 05:28 AM
बार-बार हो जाते हैं असफल तो अपनाएं ये तरीके, खुल जाएगा बंद किस्मत का ताला Jyotish Upay
वार
बुधवार
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:09 AM
सूर्यास्त – 6:23 PM
चन्द्रोदय – 14 सितंबर 9:00 PM
चन्द्रास्त – 15 सितंबर 10:46 AM
अशुभ काल
राहू – 12:16 PM – 1:48 PM
यम गण्ड – 7:41 AM – 9:12 AM
कुलिक – 10:44 AM – 12:16 PM
दुर्मुहूर्त – 11:52 AM – 12:41 PM
वर्ज्यम् – 05:00 PM – 06:41 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – नहीं
अमृत काल – 03:03 AM – 04:44 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 04:33 AM – 05:21 AM
आनन्दादि योग
मृत्यु – 06:57 AM से
काण
सूर्या राशि
सूर्य सिंह राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मेष राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत – भाद्रपद
पूर्णिमांत – आश्विन
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – भाद्रपद 23, 1944
वैदिक ऋतु – वर्षा
द्रिक ऋतु – शरद
गण्डमूल नक्षत्र
1. 13 सितंबर 06:36 AM – 14 सितंबर 06:57 AM (अश्वनी)
नोट : कोई भी शुभ समय या मुहूर्त के दौरान, राहुकाल गुलिक काल, यमगण्ड काल से बचना चाहिए क्योंकि ये समय अशुभ माना जाता है |
दिन का चौघड़िया
लाभ 06:09 AM 07:41 AM
अमृत 07:41 AM 09:13 AM
काल (काल वेला) 09:13 AM 10:44 AM
शुभ 10:44 AM 12:16 PM
रोग (वार वेला) 12:16 PM 13:48 PM
उद्बेग 13:48 PM 15:20 PM
चर 15:20 PM 16:52 PM
लाभ 16:52 PM 18:23 PM
रात का चौघड़िया
उद्बेग 18:23 PM 19:52 PM
शुभ 19:52 PM 21:20 PM
अमृत 21:20 PM 22:48 PM
चर 22:48 PM 00:16 AM
रोग 00:16 AM 01:45 AM
काल 01:45 AM 03:13 AM
लाभ (काल रात्रि) 03:13 AM 04:41 AM
उद्बेग 04:41 AM 06:09 AM
चंद्र बल (राशि ) 15/09/22 06:09 AM तक
मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक और कुंभ
ताराबल (नक्षत्र) 14/09/22 06:57 AM तक
भरणी, कृत्तिका, म्रृगशीर्षा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्व फाल्गुनी, उत्तर फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वभाद्रपदा और रेवती
उपरांत,
ताराबल (नक्षत्र) 15/09/22 06:09 AM तक
अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, आद्रा, पुष्य, मघा, उत्तर फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा और उत्तरभाद्रपदा
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